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Home Loan Process (Hindi Guide) – होम लोन कैसे प्राप्त करें

हर व्यक्ति का यह सपना होता है कि वह जीवनकाल में अपने परिवार के लिए एक घर ले सके। लेकिन समय के साथ मकानों की कीमतें तेजी बढ़ती जाती है और ऐसे में एक मध्यम वर्गीय व्यक्ति के लिए घर लेना असंभव सा लगता हैं। लेकिन होम लोन (Home Loan) घर खरीदने या बनाने के लिए एक बहुत ही अच्छा विकल्प हो सकता हैं।

होम लोन लेने की प्रोसेस (Home Loan Process) थोड़ी कठिन होती हैं, लेकिन Home Loan से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी जुटाकर, इस प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता हैं।

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Home Loan Process (Hindi) – गृह ऋण लेने की प्रक्रिया

Step 1: Self Assessment – स्वयं का मूल्यांकन

लोन के लिए अप्लाई करने से पहले स्वंय का मूल्यांकन करके निम्न बातों पर अच्छे से विचार कर लेना चाहिए:

  • Cost of Property – मकान की लागत
  • Own Contribution – स्वंय द्वारा वहन की जाने वाली राशि (बैंक मकान की लागत का 70 से 80 प्रतिशत तक ही लोन हैं| कम से काम 20-25% आपको वहन करना होता हैं।)
  • EMI Affordability – क्या आप लोन की किश्तों का भुगतान में सक्षम हैं| लोन की EMI, कभी भी आपकी Monthly Income के 40-45% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  • Loan Period – लोन की अवधि जितनी हो सके, उतनी कम होनी चाहिए ताकि आपको ब्याज कम से कम देना पड़े।

Step 2: Chhose The Right Lender – सही लोन प्रदाता का चुनाव

सही Bank  या Housing Financing Company (HFC) का चुनाव करना लोन लेने की प्रक्रिया का एक अहम् हिस्सा हैं। किसी भी बैंक में आवेदन करने से पहले अलग-अलग बैंकों द्वारा प्रदान किये जानी वाली होम लोन योजनाओं (Home Loan Schemes) की निम्न आधार पर तुलना कर लेनी चाहिए:

Factors to consider while choosing your home loan lender

  • Interest Rate – ब्याज दर
  • EMI – ऋण की किश्तें
  • Loan Period – लोन की अवधि
  • Interest Type – Fixed or Floating
  • Processing Fees – प्रोसेसिंग चार्ज
  • Loan Prepayment Terms – ऋण समय से पहले बंद करने की शर्तें और दंड
  • Quantam of Loan – अधिकतम ऋण क्वांटम
  • Penalty for Late Payment – लेट EMI का दंड
  • Loan Agreement – सभी शर्ते दस्तावेज में लिखी है या नहीं
  • Loan Approval  Process – ऋण स्वीकृत करने की प्रक्रिया
  • Terms and Conditions – नियम और शर्ते
  • Tax Benefits – कर लाभ
  • Home Loan Transfer Process – लोन को अन्य बैंक में हस्तांतरित करने की शर्तें।

बैंक के ब्याज दर (Interest Rates) में समय समय पर बदलाव होते रहते है।  इसलिए देखें कि आप फ्लोटिंग या फिक्स ब्याज दर ले रहे है। फ्लोटिंग ब्याज दर (Floating Interest Rate) का मतलब है कि जैसे RBI द्वारा ब्याज दर कम या ज्यादा किये जाएंगे, आपके ब्याज और EMI में भी बदलाव होगा।  फिक्स ब्याज दर (Fixed Interest Rate) में पूरी लोन अवधि के दौरान एक ही ब्याज दर रहती हैं

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Step 3: Preparation of Documents – दस्तावेज तैयार करना

आमतौर पर गृह ऋण के लिए  निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूर पड़ती है:

Documents Required For Home Loan (Check List)

  • Identity proof – पहचान पत्र
  • Age proof- आयु का प्रमाण
  • Address proof – पते का प्रमाण
  • Proof of educational qualifications – शैक्षिक योग्यता का प्रमाण
  • Employment details – रोजगार की विस्तृत जानकारी
  • Income proof – आय का प्रमाण (जिसके लिए आप को पिछले तीन साल के Income Tax Returns दिखाने होंगे)
  • Details about the property if finalized  – संपत्ति का विवरण (यदि अंतिम रूप में हो)
  • Bank statements – बैंक स्टेटमेंट

Step 4: Apply For Home Loan: आवेदन करें

होम लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए आप बैंक की निकटतम शाखा जा सकते हैं और बैंक के प्रतिनिधि से मिल सकते हैं जो आपकी लोन प्रोसेस को पूरी करने में आपकी मदद करेंगे। लोन प्राप्त करने के लिए आवेदन फॉर्म भरें तथा सभी दस्तावेजों के साथ उसे सबमिट करें। आपको Home Loan Application सबमिट करते समय प्रोसेसिंग फीस का भुगतान करना पड़ेगा जो अलग अलग बैंकों में 0.25% से 1% तक हो सकती हैं।

Step 5: Evaluation and Verification : बैंक द्वारा होम लोन आकलन

आपके के द्वारा सबमिट के गए सभी डाक्यूमेंट्स की बैंक द्वारा विस्तृत जांच की जाएगी। यदि जरूरत पड़ी तो पूरी तरह से संतुष्ट होने के लिए बैंक आपसे कुछ और डाक्यूमेंट्स की भी मांग कर सकता है। इस प्रक्रिया को पूरा होने में कुछ दिनों का समय लग सकता है।

दस्तावेजों से पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद बैंक एक क्षेत्रिय जांच की प्रक्रिया शुरू करता है ताकि  इस बात की पुष्टि की जा सके कि आवेदन फार्म में निवास स्थान और कार्यालय की जगह के बारे में दिए गए सभी तथ्य मान्य हैं।

इसके बाद बैंक आपकी लोन के भुगतान की क्षमता का आंकलन करता है। यदि बैंक को लगा की आप लोन तथा ब्याज की कीमत को समय पर भुगतान करने में असक्षम हैं, तो वह आपके होम लोन के आवेदन को मंजूरी नहीं देगा। वहीं दूसरी ओर यदि बैंक को सब सही लगा तो आपके होम लोन के आवेदन को मंजूरी दे दी जाएगी।

Step 6: Property Valuation and Verification – संपत्ति मूल्यांकन और कानूनी जाँच

बैंक वकील के माध्यम से संपत्ति की स्वतंत्र कानूनी जाँच का संचालन करेगा तथा वकील बैंक को Title Certificate or Legal Verification Report जारी करेगा। बैंक फिर Valuer के द्वारा संपत्ति के बाजार मूल्य का आकलन करेगा ताकि लोन की राशि को सुनिश्चित किया जा सके।

Step 7: Home Loan Sanction: होम लोन को स्वीकृति देना

सभी जांच पूरी हो जाने पर बैंक संपत्ति के खिलाफ होम लोन देने की स्वीकृती दे देता है। कर्ज लेने वाले को एक स्वीकृति पत्र जारी किया जाता है तथा होम लोन के समझौते पर हस्ताक्षर कराए जाते है।

Step 8: Loan Disbursement: लोन वितरण

एक बार होम लोन के समझौते पर हस्ताक्षर हो जाए तो उधारकर्ता संपत्ति के विक्रेता के साथ संपत्ति पंजीकरण की तारीख तय कर सकता है। उधारकर्ता बैंक को पत्र लिखकर Disbursement या Demand Letter के लिए अनुरोध कर सकता है। फिर बैंक संपत्ति के पंजीकरण के लिए डीडी / बैंक चैक जारी कर देगा।

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